डिपिरिडामोल CAS:58-32-2 निर्माता आपूर्तिकर्ता
डिपिरिडामोल को कोरोनरी वैसोडिलेटिंग एजेंट के रूप में जाना जाता है, हालांकि इसमें विशिष्ट एंटीग्रैगेंट गतिविधि भी होती है।इसका उपयोग वार्फरिन के साथ संयोजन में हृदय वाल्व प्रतिस्थापन के बाद थ्रोम्बो-गठन को रोकने के लिए किया जाता है। डिपाइरिडामोल प्लेटलेट्स को प्रतिस्थापन हृदय वाल्व से चिपकने से रोकता है और वाल्व पर रक्त का थक्का बनने से रोकता है।इसका उपयोग परिधीय धमनी रोग और कोरोनरी धमनी रोग वाले लोगों में रक्त वाहिकाओं को फैलाने के लिए किया जाता है।यह यौगिक उच्च ग्लूकोज-प्रेरित ऑस्टियोपोन्ट एमआरएनए अभिव्यक्ति और प्रोटीन स्राव को दबाने के साथ-साथ सीएमपी और सीजीएमपी हाइड्रोलिसिस को रोकता है।शोध से संकेत मिलता है कि डिपिरिडामोल एक गैर-विशिष्ट न्यूक्लियोसाइड परिवहन अवरोधक है जो सिनोट्रियल और एट्रियोवेंट्रिकुलर नोड्स में एडेनोसिन के प्रभाव को बढ़ाने की क्षमता रखता है।
संघटन | C24H40N8O4 |
परख | 99% |
उपस्थिति | पीला पाउडर |
CAS संख्या। | 58-32-2 |
पैकिंग | 25 किलो |
शेल्फ जीवन | 2 साल |
भंडारण | ठंडे एवं सूखे क्षेत्र में भण्डारित करें |
प्रमाणीकरण | आईएसओ। |