2′-(4-मिथाइलंबेलिफेरिल)-अल्फा-डीएन-एसिटाइलन्यूरैमिनिक एसिड सोडियम नमक एक रासायनिक यौगिक है जिसका उपयोग आमतौर पर निदान और अनुसंधान परख में किया जाता है।यह सियालिक एसिड का फ्लोरोसेंटली लेबल वाला व्युत्पन्न है, जो कोशिकाओं की सतह पर पाया जाने वाला एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट अणु है।
इस यौगिक का उपयोग न्यूरोमिनिडेस नामक एंजाइम के लिए एक सब्सट्रेट के रूप में किया जाता है, जो ग्लाइकोप्रोटीन और ग्लाइकोलिपिड्स से सियालिक एसिड अवशेषों को हटाने का काम करता है।जब ये एंजाइम 2′-(4-मिथाइलंबेलिफेरिल)-अल्फा-डीएन-एसिटिलन्यूरैमिनिक एसिड सोडियम नमक पर कार्य करते हैं, तो यह 4-मिथाइलंबेलिफेरोन के रूप में जाना जाने वाला एक फ्लोरोसेंट उत्पाद जारी करता है।
यौगिक द्वारा उत्पन्न प्रतिदीप्ति को मापा और मात्राबद्ध किया जा सकता है, जिससे न्यूरोमिनिडेज़ एंजाइमों की गतिविधि के बारे में जानकारी मिलती है।यह विशेष रूप से असामान्य सियालिक एसिड चयापचय से जुड़ी विभिन्न बीमारियों और स्थितियों के अध्ययन में उपयोगी है।
यौगिक का उपयोग नैदानिक उद्देश्यों के लिए भी किया जाता है, जैसे कि वायरल संक्रमण का पता लगाने में जिसमें न्यूरोमिनिडेज़ गतिविधि शामिल होती है।इन जांचों में, यौगिक का उपयोग विशिष्ट वायरल उपभेदों की उपस्थिति की पहचान करने या एंटीवायरल उपचारों में न्यूरोमिनिडेज़ अवरोधकों की प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए किया जाता है।